Sunday 22 January 2012

का रे एक बजे रतिया को फोन कियल जाता है लईकी को ?


हम एगो कहाबत सुने थे बड़े मियाँ ता बड़े मियाँ छोटे मिया ता सुभान अल्ला ...भोजपुरिया फिलिम वाला सब लोग अइसने है लईकी  के मामला में , कोई उन्नीस है ता कोई बीस . सब्भे लोग बहती गंगा में अपना हाथ धोना चाहता है. अब ता भोजपुरी फिल्मन के प्रचार करे वाला लोग भी इसमें शामिल हो गया है . एगो इसने महानुभाव है . दू दिन पहले एक बजे रतिया में उसको एगो हिरोईनी का ख्याल आया . काहे की एक बार उ उसको जुहू चौपाटी घुमा चुकल था अउर एक दू जगह परिचय भी कराया था . हुआ इ की इतना कईलो के बादो जब उ हिरोइनिया को अपना प्रचार कारवां पड़ा ता उ दूसर प्रचारक को रख लिया . अब भइवा को गुस्सा आ गया . एक बजे रतिया को फोन उठाया अउर बोला - अरे तुमरा फोटो देखे बहुत चुउट लग रही हो ..तुमको दो गो फिलिम दिलाये ..एगो अउर दिअल्य्न्गे ... हमको का दोगी .. पैसवा लेके का करेंगे बहुते कमा रहे हैं  ... हमका ता हाउ  चाही .... हिरोइनिया  फ्रेस्टेशन में आ गयी , सोची सरवा अब हमको इ लोगन के भी खुश करे पड़ेगा ? लानत है ऐसन जिनगी पर . इसी सरवा के कारण हम जातो गमाये अउर भातो नहीं खाए ...उ फोन उठाई अउर कई गो लोग को बोली ..देखो अब उहो सरवा को हम चाही .... हम का धंधा करते हैं ? उ का प्रोडूसर अउर हीरो है जो अधिअकर जमाएगा .. सहिये बोली आप हिरोइनी जी ... लेकिन गलती ता आप का भी है नु जो एक बजे रात को फोन उठाये आप ..उ का निर्माता अउर हीरो है की जब फोन करेगा तब आप उठाएंगे ? चलिए कौनो बात नहीं हमर लिखल पढ़े के बाद अप उ हिरोइन ता का नेकी नेकी लई kइयो को इ बात नहीं बोलेगा ..... भाई एक बात ता मने पड़ेगा की उ सरवा है हिम्मती ..काहे की उसका सीधा कनेक्शन जुहू चौपाटी से है. 

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