Tuesday 13 September 2011

अरे इ भोकालिया कईसे गिरा

भैया हमरे भोजपुरी के लोग एकदम गजबे तरीका के हैं ....कुच्छो न कुच्छो करते रहते हैं। अब आपन भोकालिया बाबा को ही देखिये । कब्बो घोडा पर भी नहीं चढ़े और लगे चढ़ने हथिया पर । ऊपर से फुटानी देखिये जुत्ता पहिन कर उसपर खड़ा भी होने लगे । अब गजराज को भला कैसे अच्छा लगता सो पटक दिया । पटका ऐसन की उनका गोंरवे टूट गिया । अब महाराज मौर्या होटल के स्वीमिंग पूल के पास पत्रकारों से अपना शेखियो बघारने लगे की हाथी पर बैठना गैर क़ानूनी है । अरे महाराज अगर गैर क़ानूनी है ता सजा सरकार नु देगा आपको की खुदे हथिये देगा। आप हैं भोजपुरी के नंबर एक के खलनायक । हर फिल्मिम्मा में हीरो लोग तो जी पी एल देते रहता है अब जानवरों आपको लतिया रहा है .... भैया हमको ता बहुते शर्म आ रहा है .....आपको आया की नहीं .....अब इ देखिये हथिया से गिरे के बाद बाबु रवि का बोलते हैं.... सर्वाजैसन बोयेगा वैसने कटेगा नु .... वो बाबु अब आप इहो बता दीजिये की भौकाली बाबा का बोये थे .... का काटे उ ता हम देखिये लिए .... शुकर मानिए गिरते समय भौकाली बाबा आपको पकड़ा नहीं नहीं ता आपो चारो खाना चित्त हो जाते ... फेरो ता बरका न्यूज़ बनता पटना में की बाबुओ गिरे हाथी से .... अब हम्मर सलाह है बाबा भौकालिया से ॥ ज्यादा उछलेंगे तो बेन्ग्वे के तरह उछालते रह जायेंगे .....हाथी पर चढ़के अपने पैर को हाथी पाँव बना लिए ...
जय हो बाबा भौकालिया के ....

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